एसटीएफ मेरठ ने शुक्रवार को कुख्यात नकल माफिया अरविंद राणा को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ ने पल्लवपुरम से इसकी गिरफ्तारी दिखाई है। फिलहाल एसटीएफ की टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है।

बताया गया कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा और दिल्ली की सीजीएल परीक्षा में सेंधमारी में वांटेड चल रहा था। साल 2013 में अरविंद ने कोर्ट में सरेंडर किया था। कुछ दिनों बाद जमानत पर रिहा होने के बाद से वह फरार चल रहा था। पुलिस के अनुसार उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड में अरविंद राणा का नेटवर्क फैला है।
ऐसे हुआ था खुलासा
पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कराने का पूरा प्लान उसी अरविंद राणा ने तैयार किया था, जो ऐसी करतूतों के लिए न केवल पहले से बदनाम है बल्कि वांटेड भी चल रहा था। यह खुलासा छपरौली के हलालपुर गांव से गिरफ्तारी कांस्टेबल रोहित से पूछताछ में हुआ है। उसने इस गिरोह के 13 सदस्यों के नाम बताए थे। यह भी पता चला था कि अरविंद राणा और अमित नेहरा गिरोह आपस में हाथ मिला चुके हैं।
बताया गया कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा और दिल्ली की सीजीएल परीक्षा में सेंधमारी में वांटेड चल रहा था। साल 2013 में अरविंद ने कोर्ट में सरेंडर किया था। कुछ दिनों बाद जमानत पर रिहा होने के बाद से वह फरार चल रहा था। पुलिस के अनुसार उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड में अरविंद राणा का नेटवर्क फैला है।
ऐसे हुआ था खुलासा
पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कराने का पूरा प्लान उसी अरविंद राणा ने तैयार किया था, जो ऐसी करतूतों के लिए न केवल पहले से बदनाम है बल्कि वांटेड भी चल रहा था। यह खुलासा छपरौली के हलालपुर गांव से गिरफ्तारी कांस्टेबल रोहित से पूछताछ में हुआ है। उसने इस गिरोह के 13 सदस्यों के नाम बताए थे। यह भी पता चला था कि अरविंद राणा और अमित नेहरा गिरोह आपस में हाथ मिला चुके हैं।
अरविंद राणा कभी बड़ौत में कोचिंग सेंटर चलाता था। पुलिस को उसकी तलाश एसएससी का पेपर आउट कराने के मामले में पहले से थी। ऐसी सूचना भी पहले से आ रही थीं कि वह पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर आउट कराने की कोशिश कर सकता था।
इसी के चलते उसके गिरोह की तलाश तेज कर दी गई थी। वह तो हाथ नहीं आया, लेकिन इन प्रयासों के चलते बागपत के छपरौली में रोहित नाम का सिपाही और गाजियाबाद से आयकर अधिकारी अमित नेहरा को पेपर लीक करने की कोशिश में गिरफ्तार कर लिया गया था।
रोहित को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया था। वहां से उसे जेल भेज दिया गया था। पुलिस ने बताया कि बिजनौर में तैनात रोहित ड्यूटी से गैरहाजिर चल रहा था। वह नकल माफिया अमित नेहरा गैंग से काफी समय पहले जुड़ गया था। यह गिरोह पेपर आउट कराने और एसएमएस पर सवालों के जवाब देने का ठेका लेता था।
सिपाही से पूछताछ में इस गिरोह के जिन सदस्यों के नाम सामने आए हैं, वे हैं दिलशाद गार्डन (नई दिल्ली) का अमित नेहरा, सिनौली (छपरौली) के बंटी उर्फ रमन, सोनू , कपिल, दीपक, आजाद, रोबिन, हरेंद्र, सहारनपुर का राजीव और हरियाणा का योगेश। इनके अलावा तीन और नाम हैं अरविंद राणा, विनीत राणा और योगेश राणा। एसटीएफ की टीम काफी समय से कुख्यात राणा की तलाश कर रही थी।
इसी के चलते उसके गिरोह की तलाश तेज कर दी गई थी। वह तो हाथ नहीं आया, लेकिन इन प्रयासों के चलते बागपत के छपरौली में रोहित नाम का सिपाही और गाजियाबाद से आयकर अधिकारी अमित नेहरा को पेपर लीक करने की कोशिश में गिरफ्तार कर लिया गया था।
रोहित को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया था। वहां से उसे जेल भेज दिया गया था। पुलिस ने बताया कि बिजनौर में तैनात रोहित ड्यूटी से गैरहाजिर चल रहा था। वह नकल माफिया अमित नेहरा गैंग से काफी समय पहले जुड़ गया था। यह गिरोह पेपर आउट कराने और एसएमएस पर सवालों के जवाब देने का ठेका लेता था।
सिपाही से पूछताछ में इस गिरोह के जिन सदस्यों के नाम सामने आए हैं, वे हैं दिलशाद गार्डन (नई दिल्ली) का अमित नेहरा, सिनौली (छपरौली) के बंटी उर्फ रमन, सोनू , कपिल, दीपक, आजाद, रोबिन, हरेंद्र, सहारनपुर का राजीव और हरियाणा का योगेश। इनके अलावा तीन और नाम हैं अरविंद राणा, विनीत राणा और योगेश राणा। एसटीएफ की टीम काफी समय से कुख्यात राणा की तलाश कर रही थी।